Description
समाज कार्य में स्नातकोत्तर उपाधि
(एम.एस.डब्ल्यू. द्वितीय वर्ष)
सत्रीय कार्य : 2025–2026
समाज कार्य के समकालीन तरीके और मूल्य
सत्रीय कार्य
पाठ्यक्रम कोड : एम.एस.डब्ल्यू.–017
कुल अंक–100
नोट :
i) सभी पाँचों प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
ii) सभी पाँचों प्रश्नों के अंक समान हैं।
iii) प्रश्न सं. 1 और 2 के उत्तर, प्रत्येक के 600 शब्दों से अधिक नहीं होने चाहिए।
1.वकालत को परिभाषित करें। वकालत के सिद्धांतों और उद्देश्यों को सूचीबद्ध करें।
अथवा
प्रभावी जन जागरूकता अभियान के लिए रणनीतियों पर प्रकाश डालें।
2.समाज कार्य में शक्ति–आधारित प्रवृत्तियों पर उपयुक्त उदाहरणों के साथ चर्चा करें।
अथवा
सामाजिक न्याय के सिद्धांतों को सूचीबद्ध करें?
3.निम्नलिखित में से किन्हीं दो प्रश्नों का उत्तर (300 शब्दों में) दीजिए:
क) समाज कार्य के मूल्य के रूप में ईमानदारी की व्याख्या करें।
ख) उपयुक्त उदाहरणों के साथ ईमानदारी के महत्व का वर्णन करें।
ग) सफल जन जागरूकता अभियानों के उदाहरण दें।
घ) ग्राहकों के साथ वकालत कार्य के किन्हीं पाँच उद्देश्यों की सूची बनाएँ।
4) निम्नलिखित में से किन्हीं चार प्रश्नों का उत्तर (150 शब्दों में) दीजिए:
क) समाज कार्य अभ्यास में सांस्कृतिक संवेदनशीलता के महत्व को स्पष्ट करें।
ख) रूसी संहिता के अनुसार सामाजिक न्याय के मूल्य की सूची बनाएँ।
ग) भारत के संविधान और सामाजिक न्याय के बीच संबंधों का वर्णन करें।
घ) समाज कार्य मूल्य के रूप में ‘सेवा’ पर एक नोट लिखें।
ङ) कक्षा में समाज कार्य अभ्यास सिखाने के लिए कुछ विचारों को सूचीबद्ध करें।
च) एक प्रभावी जन जागरूकता अभियान के किसी प्रमुख तत्वों पर प्रकाश डालें।
5) निम्नलिखित में से किन्हीं पाँच पर संक्षिप्त टिप्पणियाँ (100 शब्दों में) लिखिए:
क) गोपनीयता
ख) काम की गरिमा और श्रमिकों के अधिकार
ग) भागीदारी
घ) वैयक्तिकरण
ङ) वकालत के कौशल
च) शिक्षाविद और शिक्षकत्व का मूल्य
छ) जनसंचार माध्यम
ज) समाज कार्य अभ्यास सिखाने के लिए मान्यताएँ





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